अपनों के रवय्ये

प्रेम सिर्फ शारीरिक नहीं होता,
प्रेम किसी व्यक्ति से नहीं होता,
प्रेम व्यक्तित्व से होता है..
इंसान के या अपनों के रवय्ये ( व्यवहार ) से होता है..

किसी की बातो से जब मन को खुशी मिलती है,
किसी की परवाह जब तुम्हे सुकून देती है,
तुम कितने अनमोल हो उसके लिए,
जब कोई तुम्हे ये महसूस कराता है..

अपने व्यस्त समय में से भी,
जो आपके लिए समय निकालता है..
जिसको आप समझते हो,
और जो आपको समझता हो..

ऐसे इंसान से हर बार आपको प्यार होगा,
क्युकी प्यार किसी व्यक्ति से नहीं उसके व्यतीतव से होता..

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