अर्द्धनग्न फकीर

अपनी दुर्वलताओ से भी अवगत करवाकर
दुनिया को बताया, अहिंसा अपनाकर
अर्द्ध नग्न फकीर कहा था कभी किसीने।
बिना अस्त्र-शस्त्र के ही, चले लाठी ठेकाकर
महिला, किसान सबको मोहा उन्मुक्त मुस्कराकर
अविश्वसनीय है, आजादी दिलाया, कृषकाय वृद्ध ने ।

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