Categories: शेर-ओ-शायरी
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ऐसा क्यों है
चारो दिशाओं में छाया इतना कुहा सा क्यों है यहाँ जर्रे जर्रे में बिखरा इतना धुआँ सा क्यों है शहर के चप्पे चप्पे पर तैनात…
Wah
Shukriya mitra
Nice
Shukriya siss
बहुत खूब
Bahut bahut dhanyawad apka