***आत्मा की शांति*
जब हम चले जाएंगे,
ये दुनियां छोड़कर
करोगे याद हमको,
कभी ना कभी तो
ऐसा क्या हुआ था,
जो हम चल दिए
सोच कर फरियाद करोगे,
कभी ना कभी तो
बस, इतनी सी इच्छा है हमारी,
अन्तिम समझ कर तुम मान लेना
कि हमको दुआओं में याद रखना,
अपनी जुबां पे, तुम सदा ही,
हमारे नाम की मिठास रखना
ना भी मानो, तो मर्ज़ी तुम्हारी
एक हवन करा लेना
आत्मा की शांति को हमारी..
*****✍️गीता
अति सुंदर भाव हैं दी
इस सुन्दर और बहुमूल्य टिप्पणी के लिए बहुत बहुत धन्यवाद प्रज्ञा.
बहुत खूब, भावुक अभिव्यक्ति, भाव व शिल्प दोनों दृष्टि से उत्तम
सादर आभार सतीश जी बहुत बहुत धन्यवाद 🙏
बहुत बढ़िया वाह
बहुत बहुत धन्यवाद आपका सर 🙏 सादर आभार
सुन्दर
धन्यवाद सुमन जी