कलियों में
एक तूफान सा छाया है
चारों ओर तुम्हारी गलियों में ।
ऐ भ्रमर मत उलझ काँटों से
खुशबू अभी कैद है कलियों में।।
एक तूफान सा छाया है
चारों ओर तुम्हारी गलियों में ।
ऐ भ्रमर मत उलझ काँटों से
खुशबू अभी कैद है कलियों में।।
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Great
धन्यवाद
बहुत सुंदर