Categories: शेर-ओ-शायरी
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शायरी संग्रह भाग 2 ।।
हमने वहीं लिखा, जो हमने देखा, समझा, जाना, हमपे बीता ।। शायर विकास कुमार 1. खामोश थे, खामोश हैं और खामोश ही रहेंगे तेरी जहां…
क्या कभी किसी को देखा है ?
क्या कभी किसी को देखा है ? दर्द से छटपटाते हुए। क्या कभी सुना है तुमने किसी को चुप-चाप चिल्लाते हुए। कठिन बड़ा है उस…
एक लड़की
Dear Negi, You’re a very good girl, you are very special for us, so be near our heart. You are the cloud of rain of…
गंगा बहती है जहाँ
गंगा बहती है जहाँ *************** रीषिमुनियो की तपोभूमि बसती हैं वहाँ सबसे पावन भूमि है मेरी गंगा बहती है जहाँ ।। हरदिन से जुड़ी एक…
मेरी मौतों पर सरकारें
मेरी कलम नहीं उलझी है माशूका के बालों में, मेरे लफ्ज नहीं अटके हैं राजनीति की जालों में, मैने अपने अंदर सौ-सौ जलते सूरज पाले…
सुंदर
धन्यवाद जी
गमगीन रचना
धन्यवाद जी
हाँ सब कुछ बदल गया है
फिर भी कहाँ गिला है
धन्यवाद जी
Aayhay…
लाजवाब, जबरदस्त, बहुत खूब और कितनी तारीफ करूं बस इतना ही आता है…
🙏🙏🙏 धन्यवाद जी
शानदार
🙏
मुश्किलों के दौर में थोड़ा संभल कर चलो,
अनुभवों से सीख लो और निखर कर चलो।
कठिनाइयाँ तो आएंगी और चली जाएंगी,
सजग होकर इसी तरह नए सफ़र पर चलो।
बहुत खूब
हार्दिक धन्यवाद
बहुत उम्दा
धन्यवाद