Categories: शेर-ओ-शायरी
Related Articles
यादें
बेवजह, बेसबब सी खुशी जाने क्यों थीं? चुपके से यादें मेरे दिल में समायीं थीं, अकेले नहीं, काफ़िला संग लाईं थीं, मेरे साथ दोस्ती निभाने…
आहुति
आहुति ——– अम्मा! तुमसे कहनी एक बात.. कैसे चलीं तुम? बाबूजी से दो कदम पीछे… या चलीं साथ। कैसे रख पाती थीं तुम बाबूजी को…
गुड मॉर्निंग भेजा
कविता- गुड मॉर्निंग भेजा ———————————- गुड मॉर्निंग भेजा, हमकों एकSMS मिला, क्षण भर हम ठहर गए थें, हाय कोरोना तेरे कारण भूल गए थें, अपने…
बचपन
तितली सी उङती फिरती थी, ठुमक ठुमक कर,इतराती, सारे रंग संजो लेती थी, खुशियों से मुस्काती। माँ-बाबा से बकबक बकबक, भाई से नादां सी खटपट,…
फेल रिजल्ट
कविता -फेल रिजल्ट —————————- आज सारे, ख्वाब टूट गए, कभी सोचते थें, जो बैठ टहल कर, वो आज सारे ख्वाब टूट गए, मत भरोसा करो,…
बहुत ख़ूब
धन्यवाद जी
वाह वाह
धन्यवाद सर
बहुत सुंदर पंक्तियां
बहुत हार्दिक आभार
“जहाँ विश्वास हैं, वहीँ शक्ति हैं, वहीँ जित हैं ऑर वही आपके सपने पुरे होते हैं।”
बहुत बहुत आभार
बहुत उम्दा
धन्यवाद