कुछ बनना है तो

कुछ बनना है तो फूलों की तरह बनों
अपनी महक से दुनिया महका दो
कुछ बनना है तो तितली की तरह बनों
अपने रंग दूसरों में बिखरा दो
कुछ बनना है तो जुगनू की तरह बनों
अपनी रोशनी से दुनिया जगमगा दो
कुछ बनना है तो दुग्ध की तरह बनो
अपने अंदर दुनिया समां लो।।

Related Articles

किरदार

खुद की भावनाओं से रिश्ता टूटता रहा, एक नया किरदार अंदर ही अंदर बनता रहा। रिश्तों से रिश्तों तक का सफर तय होता रहा, एक…

प्यार अंधा होता है (Love Is Blind) सत्य पर आधारित Full Story

वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ। निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥ Anu Mehta’s Dairy About me परिचय (Introduction) नमस्‍कार दोस्‍तो, मेरा नाम अनु मेहता है। मैं…

Responses

+

New Report

Close