क्या लिखूँ…!!

आज सोंचती हूँ क्या लिखूं
दर्द लिखूं या मोहब्बत का उन्माद लिखूं
चैन लिखूं या बेचैनी लिखूं
तेरे इश्क में फना होने का
अफसाना लिखूं
गजल लिखूं या कि तुझ पर गाना लिखूं
लिखूं अपने दिल की हकीकत
या तेरी रुसवाई लिखूं
क्या लिखूं ? क्या लिखूं ?
कुछ भी समझ आता नहीं…

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Responses

  1. कविता इतनी सुन्दर है कि सोच रही हूं,क्या सुंदर सी समीक्षा दूं, जो प्रज्ञा खुश हो जाए..

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