गुरु के चरणकमल
गुरुवर तव चरणन में, है तीन लोक राजित।
जिसने लिया सहारा, वो खुशियों में विराजित।।
लाखों कमल है जग, तव चरण कमल आगे।
दिल में बसा ‘विनयचंद ‘ बन जाओगे बड़भागे।।
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Praduman Amit - July 5, 2020, 5:18 pm
Wah
Geeta kumari - July 5, 2020, 8:57 pm
👏👏👌👌
Dhruv kumar - July 6, 2020, 5:08 pm
Nyc
BHARDWAJ TREKKER - July 6, 2020, 8:53 pm
Wahhhhh
BHARDWAJ TREKKER - July 6, 2020, 8:53 pm
Bahut sudar
Vasundra singh - July 7, 2020, 11:48 am
nice one
Abhishek kumar - July 10, 2020, 9:40 pm
विराजित
महेश गुप्ता जौनपुरी - July 11, 2020, 12:06 am
बहुत खूब
Abhishek kumar - July 31, 2020, 2:01 am
गुरु का सम्मान दिल अति सुंदर रचना आपके सुंदर भावों को प्रकट कर रही है गुरु का सम्मान आज के युग में नहीं रह गया है परंतु आप के भाव में मन को गलत कर दिया है