चरित्र बदलो चित्र बदल जायेगा
चरित्र बदलो चित्र बदल जायेगा
ब्रह्मचर्य का पालन करो
सारी सांसारिक दुःख मिट जायेगा
याद उसे करो जो देता है साथ सभी का ।।1।।
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सभी में उसी का स्वरूप है
कोई दैत्य तो कोई साधु शरीर है
ये दुनिया क्या है,, विधाता ही जाने
हम सब उनके ही स्वरूप है ।।2।।
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न बदलेगा जमीं-आसमां
बदलता सिर्फ समय का चक्र है
कोई राजा तो कोई रंक है
यहीं सृष्टि का नियम है ।।3।।
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चरित्र का निर्माण करो
जो सही कहें परमात्मा
वहीं काम करो ।।4।।
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चरित्र बदलो चित्र बदल जायेगा
ब्रह्मचर्य का पालन करो
सारी सांसारिक दुःख मिट जायेगा ।। ।।5।।
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राम भक्त विकास कुमार
बहुत ही सुन्दर रचना
उत्तम रचना
उम्दा प्रस्तुति
वाह