चाँद
चाँद में दाग है सबने जाना,
उसकी खूबसूरती को सबने माना,
खूसूरती का रहस्य किसी ने न जाना?
बादलों का आना चमकने से रोकना,
दूसरे पल रोशनी को भू तक पहुंचाना,
सेवा भाव को किसी ने न जाना l
दिवा में कहीं खो जाना,
एकाग्रता से शाम का इन्तजार,
दृढ़ मन को किसने जाना l
अपनी राह में चलना,
गती को बरकरार रखना,
कार्य निष्ठा को किसी ने न जाना l
भास्कर की परिक्रमा,
राह से न भटकना,
भक्तिभाव को किसी ने न जाना l
कार्यभाव में लीन,
चाँद को खूबसूरत बनाता,
रहस्य को किसी ने न जाना l
वाह बड़ी सुंदर रचना
धन्यवाद्
👏👏
धन्यवाद
nice
बहुत सुंदर
👌👌