चाहत..
चाहतें तो बहुत हैं,
इस दिल की मगर
क्या करें हमें,
जताना नहीं आता..
*****✍️गीता
चाहतें तो बहुत हैं,
इस दिल की मगर
क्या करें हमें,
जताना नहीं आता..
*****✍️गीता
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अत्यंत उम्दा
धन्यवाद जोशी जी🙏
Waah waah
Thank you very much kamla Ji 🙏
Nice
Thanks pragya
बहुत ही सुंदर भावाभिव्यंजना। प्रेम से श्रृंगार से सरोबार पंक्तियाँ। सहृदय कवि की कोमल भावनाओं की बोधगम्य अभिव्यक्ति
इतनी सुन्दर समीक्षा के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद सतीश जी 🙏
Very nice
Thank you very much Joshi ji🙏
Very nice
Thanks Allot Chandra ji for your valuable compliment.🙏
सुंदर