चाहत..

चाहतें तो बहुत हैं,
इस दिल की मगर
क्या करें हमें,
जताना नहीं आता..

*****✍️गीता

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Responses

  1. बहुत ही सुंदर भावाभिव्यंजना। प्रेम से श्रृंगार से सरोबार पंक्तियाँ। सहृदय कवि की कोमल भावनाओं की बोधगम्य अभिव्यक्ति

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