Categories: मुक्तक
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राष्ट्र का नेता कैसा हो?
राष्ट्र का नेता कैसा हो? जो रहें लिप्त घोटालों में, जिनके चित बसे सवालों में, जिह्वा नित रसे बवालों में, दंगा झगड़ों का क्रेता हो?…
हमारे नेता
हमारे नेता…. हम भी बहुत मजबूर हैं साहब लात मार घुसा सह रहे हैं साहब गाली सुबह शाम खा रहे हैं साहब क्योंकि हमारे नेता…
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अपराध क्या है?
अपराध नहीं है शेर का हिरण को खाना चिड़ियों का चुगना दाना पेड़ का कड़ी धूप में मुस्कुराना अपराध नहीं है शेर चिड़िया, पेड़ का…
भाई तू Mehta की जान है
भाई तू Mehta की जान है जीवन का वह अनमोल पल होते हैं जो लौट कर कभी नहीं आते है बस यादें साथ रह जाती…
Sahi baat hai
bahut khoob
Badhiya
चोर-चोर
चट्टे-बट्टे
बढ़ाते
👏
पुनरुक्ति अलंकार का सुंदर प्रयोग तथा
बहुत सुंदर पंक्तियां
सच कहा आपने