जरूरत है तू , कमी भी तू
प्रेम कभी अपनी जरूरत को
यु पूरी करने के लिए नही होता,
प्रेम हमेशा एक दूसरे के उन सुख-दुख में साथ,
और भावनाओ को समझने के लिए होता है.. !!
अब आपको कैसे कहू मैं अपने दिल की बात को
मेरी ” जरूरत है तू , कमी भी तू ” है मेरी… !!
हमने चेहरे देख कर
दिल ️लगाया ही नही कभी,
हां मुस्कुराहटो पर तेरी
कई बार हमने यु जान लुटाई है ..!!
तुम्हें लिखने का मन है,
हाथों में हाथ लेकर चलने का मन है..!
महसूस करना है इस क़दर,
हर बार की तरह तेरा होने का मन है___!!
Responses