जल
जल
जल की महिमा बड़ी निराली
खेतो में करती हरियाली
जीवो को जीवन दान देती
जग को जल से संवार देती
आने वाला हैं भयंकर आकाल
जल का मिट रहा हैं संसार
जल के सारे साथी को
मिटा रहे हैं लोभ के नाते
सुखा पड़ता जा रहा हैं
पोखर ताल तलैया सब
पैकेट में बिक रहा हैं
जल की बूँदे अब
सिमटता चला जा रहा हैं
जल का अस्तित्व अब
जल की काया बनी रहे
चलो करे जल की रक्षा
Bahut khub