जो हूँ मैं – 3

जो हूँ मैं वह तो है मेरे सुकर्म,

जो नहीं मैं वह थे मेरे दुष्कर्म

जो हूँ मैं वह सबका मीत है,

जो नहीं मैं वह ख़ुद का गीत है

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