दो महान सपूत देश के..
बापू गांधी और लाल बहादुर,
दोनों हैं इस देश की शान
एक का नारा सत्य , अहिंसा ,
दूजे का जय -जवान, जय-किसान
अपने इस देश की खातिर,
दोनों ने अपने प्राण किए न्यौछावर,
दिया अपने जीवन का बलिदान
कोटि-कोटि नमन है उन वीरों को
जिनका चरित्र है, इतना महान
एक के पास थी सच की लाठी,
दूजे की थोड़ी छोटी कद और काठी
प्रधान मंत्री बने देश के,
किए कार्य कई महान
गांधी जी ने चरखा चला कर,
ये संदेश पहुंचाया घर -घर
स्व -रोजगार की ओर कदम उठाया,
बनें सभी अब आत्म -निर्भर
आओ मिलकर दीप जलाएं,
आज उनका जन्म दिन मनाएं ।
*****✍️गीता*****
दोनों सपूतों को शत शत नमन
दोनों सपूतों को शत शत नमन…🙏 बहुत बहुत धन्यवाद आपका कमला जी 🙏
बहुत खूब सुंदर भाव
दोनों कर्मयोगी को आदाब
आपकी इस टिप्पणी के लिए बहुत बहुत धन्यवाद भाई जी🙏
गांधी जी और शास्त्री जी को शत शत नमन
दोनों। को शत शत नमन सर 🙏 बहुत बहुत शुक्रिया सर
बापू गांधी और लाल बहादुर,
दोनों हैं इस देश की शान
एक का नारा सत्य , अहिंसा ,
दूजे का जय -जवान, जय-किसान
वाह वाह, बहुत ही लाजवाब कविता। देश के दोनों सपूतों को नमन करती हुई बहुत सुंदर कविता की सृष्टि हुई है। लेखन प्रतिभा को अभिवादन
आपकी समीक्षा के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद सतीश जी 🙏
बहुत बहुत आभार सर
बहुत खूब, जय हिंद
जय हिन्द जोशी जी🙏 बहुत बहुत धन्यवाद
Very very nice
आपका हार्दिक धन्यवाद ईशा जी