नहीं थकती……।
नहीं थकती……।
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अश्रुपूरित नयन मेरे क्यों….?
राह तुम्हारी ताकते नही थकती
शून्यमात्र बिन तेरे-जीवन के पल
“प्रीत”हमारी-कहते नही थकती
मनुहार दिल की-सुने तेरा दिल भी
“उम्मीदें”दिल की-सहते नही थकती
गुदगुदाते मन को-मिलन के पल जो
“यादें”उस पल की-हँसते नही थकती
हृदय विह्वल-पुनर्मिलन की चाह मे-
आह्लादित बयार-बहते नही थकती
कर आलिँगन बन आश्रय मेरे प्यार का-
होता यूं ,कि–खुशियाँ बरसते नही थकती….।
—–रंजित तिवारी
पटेल चौक, कटिहार
पिन–854105
(बिहार)
NICE 🙂
Wah
Gajab