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गजभोजपुरी गीत- चुनरिया संभाला सजनी |ल
भोजपुरी गीत- चुनरिया संभाला सजनी | बरसेला बदरा झीर झीर चुनरिया संभाला सजनी | चिकन भुईया जइहा ना गिर उमरिया संभाला सजनी| रही रही चमकेले…
बसंत पंचमी
माघ मास का दिन पंचम, खेतों में सरसों फूल चमके सोने सम। गेहूं की खिली हैं बालियां, फूलों पर छाई बहार है, मंडराने लगी है…
नवविवाहिता का पति को भाव–समर्पण…….
मेरे साजन तुम्हारा अभिनन्दन ————————————– मेरा सजने को है जीवन–आँगन मेरे साजन तुम्हारा अभिनन्दन… भाव–विभोर मेरे नैनन में स्वप्न ने ली अँगड़ाई है- जो लिखी…
मोर रंग दे बसंती चोला, दाई रंग दे बसंती चोला
ये माटी के खातिर होगे, वीर नारायण बलिदानी जी। ये माटी के खातिर मिट गे , गुर बालक दास ज्ञानी जी॥ आज उही माटी ह…
भोजपुरी गीत कटार तोरे नैना
भोजपुरी गीत(श्रिंगार रस )- बरछी कटार तोहार नैना | बरछी कटार तोहार नैना दिल के पार हो जाई | ओ ओ सजनी हमार होस उड़ा…
खेतों का बहुत सुंदर वर्णन प्रस्तुत किया है कवि विनय चंद शास्त्री जी ने । सुन्दर रचना