प्यार अंधा होता है (Love Is Blind) Part – 2

प्यार करने में साल या महीना नहीं लग जाता है प्यार तो वो ख़ुशी है, वो एहसास है, वो विश्वास है जो एक पल में और बस एक नजर में ही किसी को किसी से हो जाता है। इस तरह से वो दोनों हमेशा के लिए साथ हो गए और ख़ुशी-ख़ुशी रहने लगे। शादी के कुछ समय सब ठीक था। आरती ने भी अपने दिलों में दांपत्य जीवन के सपने संजोने शुरू कर दिए थे आरती समय के अनुसार आरती ने खुद को अपनी आदतें बात करने का तरीका और अपनी खुशियों को दबाना शुरू कर दिया था। अर्थात आरती बहुत ज़्यादा बदल चुकी थी, वो अपने हक के लिए भी नहीं लड़ पा रही थी क्यूंकि वो अपने पति से बहुत प्यार करती थी। आरती के ससुराल बाले भी आरती को बहुत तंग करते थे पर आरती ने अपने प्यार के लिए सब कुछ बर्दाश्त करती थी। जफर खान भी दिन रात फ़ोन कॉल करता रहता था
धीरे धीरे उसका फ़ोन कॉल आना भी बंद होता गया। आरती को लगता था उसका पति शायद कंपनी में काम करते है और रात को थक जाता है। इसलिए वो पूरा-पूरा दिन बात नहीं कर पता होगा।
जफर खान की बातों और प्यार और व्यवहार में बदलाव आता गया। आरती गुमसुम और उदास देख कर मां ने कहा, ‘‘क्या बात है, आरती, तू इस तरह मुंह लटकाए क्यों बैठी है? कई दिन से जफर खान का भी कोई फोन नहीं आया क्या? ?? दोनों ने आपस में झगड़ा कर लिया क्या?’’
आरती ने कहा ‘नहीं, मां, रोज रोज क्या बात करें। ऐसा बोल कर आरती ने माँ की बातों को गोल गोल घुमा दिया. और ये सोच कर नज़रअंदाज़ कर दिया की शायद में ज़्यादा सोच रही हूँ।
आरती हर बातो अनदेखा कर मन में कोई वहम पैदा नहीं करना चाहती थी।
दूसरी और जफर खान को ये लग रहा था मेरी पत्नी को कुछ पता नहीं लगा की मैं उसको धोखा दे रहा हूँ। पर कहते है, ना पाप का घड़ा कभी ना कभी भर ही जाता है
आरती सोचने लगी कि मम्मी इस से ज्यादा क्या कर सकती हैं। और मैं भी क्या करूं, मम्मी को कैसे बताऊं कि जफर खान क्या चाहता है। जफर खान चार पांच सालों से अपनी पत्नी को धोखा दे रहा था। वो घर से दूर रह कर अपनी मौज मस्ती और पूर्ण आनंद(Enjoy full) कर रहा था। आरती को इस बात विश्वास नहीं हो रहा था की जिस से वो प्यार करती है वो किसी और के पीछे दीवाना बन के घूम रहा है। अपने ही मकान मालिक (landlord) की बहू (नफीसा खान) के साथ खुलछर्रे उड़ा रहा है जफर खान की गर्लफ्रेंड (GF) का नाम नफीसा खान था। नफीसा खान एक शादीशुदा औरत है उसके दो बच्चे थे। उसके एक लड़का और एक लड़की थी।
दुनिया की नजरों में भाई बहिन और वैसे 5 साल से उसके साथ रिलेशनशिप में था। अब जफर खान अपनी पत्नी की और कम पे GF के साथ ज्यादा close था। अब आरती को समझ नहीं आ रहा था क्या इसे प्यार समझाऊ या फिर छोड़ के चली जाऊं उसको इस बात का ज्यादा दुःख था कि जिस लड़के के लिए मैने अपने मम्मी पापा भाई बहिन के बारे में नहीं सोचा वो इन्सान मेरे साथ ऐसा कैसे कर सकता था। पर कहते है ना रब के घर में देर है अंधरे नहीं, जो जैसा करता है। उसके साथ भी वैसा होता है।
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