प्रकृति सौंदर्य

प्रकृतिसौंदर्य

प्रकृति हवाओ के संग
झुम रहे हम सब
बगिया की रंग बिरंगी यादे
कू कू गाती कोयल प्यारी ।

झर – झर गिरती पानी कि बुदे
मदमस्त झुमती पेडो कि डाली
सर-सर-सर फर-फर-फर
गा रही हैं बसन्ती हवाये ।

पेडो कि डलिया में अब
रंगो – बिररंग-खिल आये फूल
भौरे भी गूँज रहे हैं
सुन्दरता भी गजब कि छाई ।

चंचल किरणे छेड रही
प्यारे फूल कलियो को
चन्द्र घटा भी शरमाई
देख प्रकृति सौंदर्य को ।

महेश गुप्ता जौनपुरी
गनापुर अजोशी जौनपुर
उत्तर प्रदेश – 222161

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