Categories: हिन्दी-उर्दू कविता
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दुर्योधन कब मिट पाया:भाग-34
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शायरी संग्रह भाग 2 ।।
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ज़िन्दगी
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प्रेम को परिभाषित करती हुई सुंदर प्रस्तुति
सादर धन्यवाद जी
वाह ,सर ज़िन्दगी का सार कह गई लेखनी,
रोहन – पथ का राज़ कह गई लेखनी।
👏👏 अदभुत,आलौकिक ,अविस्मरणीय रचना।
इस सुंदर समीक्षा हेतु कवि की ओर से आपको सादार अभिवादन
Welcome sir
बहुत ही सुन्दर
सादर धन्यवाद जी
Very nice
Thanks ji
सुंदर
बहुत खूब
Very nice
Thanks
Very Good
Thank you
बहुत सुंदर
Thank you