Categories: मुक्तक
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मेहनत और मेहनताना
मेहनत का कल मेहनताना, फल पाने को मन ताना बाना | मेहनत की सीढ़ी लगन, मंजिल मेहनताना, मन आतुर पाने को मेहनताना | देह करौंदे,…
करो परिश्रम ——
करो परिश्रम कठिनाई से, जब तक पास तुम्हारे तन है । लहरों से तुम हार मत मानो, ये बात सीखो त जब मँक्षियारा नाव चलाता,…
कविता : हौसला
हौसला निशीथ में व्योम का विस्तार है हौसला विहान में बाल रवि का भास है नाउम्मीदी में है हौसला खिलती हुई एक कली हौसला ही…
भाई तू Mehta की जान है
भाई तू Mehta की जान है जीवन का वह अनमोल पल होते हैं जो लौट कर कभी नहीं आते है बस यादें साथ रह जाती…
अपहरण
” अपहरण “हाथों में तख्ती, गाड़ी पर लाउडस्पीकर, हट्टे -कट्टे, मोटे -पतले, नर- नारी, नौजवानों- बूढ़े लोगों की भीड़, कुछ पैदल और कुछ दो पहिया वाहन…
👌👌
Nice
Good