भाई खुश हो

कविता-भाई खुश हो
————————–
भाई खुश हो,
आज तुम्हारा जन्मदिन है,
मैं तो तुमसे दूर हूं
मेरा आशीष तुम्हारे साथ है,
प्यार मिले ,
सत्कार मिले,
सम्मान मिले,
मिले जगत से –
खुशियों का सार मिले,
खुदा से बस इतना कहती हूं
हर सुख तुम्हें आज मिले,
हर बाधा तुमसे दूर रहे-
बनो सदा हिमगिरी जैसे
रक्षक बनकर खड़े रहो,
विशाल बनो अंबर जैसे
सूरज जैसा तेज रखो,
क्या दू गिफ्ट तुम्हें
कुछ समझ नहीं आता है ,
प्यार भरे आशीष को
शुभ संदेशों को भाई स्वीकार करो,
साहस रखो सैनिक जैसे
विचार रखो गांधी जैसे,
राह चुनो बुद्ध की जैसी,
गर ज्ञानी ,भारत शुभचिंतक बनना हो तो
बनाना विवेकानंद के जैसे,
खूब पढ़ो,
सद्गुण संस्कार रखो,
नैतिक आदर्शों से भरे रहो,
सर्वज्ञान संपन्न बनो,
मम्मी का आज्ञाकारी पुत्र बनो,
एक दिन-
बनो बाग के माली तुम,
देश समाज कुल परिवार की
अच्छे से करो रखवाली तुम,
स्वस्थ रहो, मस्त रहो ,खुशहाल रहो,
जहां रहो ,शीतल छाया चांद की जैसा लिए रहो,
—————————————————-
✍️-ऋषि कुमार प्रभाकर–

Related Articles

दुर्योधन कब मिट पाया:भाग-34

जो तुम चिर प्रतीक्षित  सहचर  मैं ये ज्ञात कराता हूँ, हर्ष  तुम्हे  होगा  निश्चय  ही प्रियकर  बात बताता हूँ। तुमसे  पहले तेरे शत्रु का शीश विच्छेदन कर धड़ से, कटे मुंड अर्पित करता…

प्यार अंधा होता है (Love Is Blind) सत्य पर आधारित Full Story

वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ। निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥ Anu Mehta’s Dairy About me परिचय (Introduction) नमस्‍कार दोस्‍तो, मेरा नाम अनु मेहता है। मैं…

Responses

  1. आज तुम्हारा जन्मदिन है,
    मैं तो तुमसे दूर हूं मेरा आशीष तुम्हारे साथ है,
    ____कवि ऋषि जी द्वारा प्रस्तुत अति सुन्दर कविता ,एक बहन की, उसके भाई के जन्म दिन पर बहुत सुंदर आशीष देती हुई अति उत्तम रचना

+

New Report

Close