भोजपुरी कजरी गीत -सवनवा में ना अइबो ननदी

भोजपुरी कजरी गीत -सवनवा में ना अइबो ननदी |

आई गइली बरखा बहार हो ,
सवनवा में ना अइबो ननदी |

सावन के फुहार तन में अगिया लगावेला |
सखी सब मिलीजुली झुलवा झुलावेला |
नाही अइले बलमा हमार हो |
सवनवा में ना अइबो ननदी |

सावन के रात हमके नागिन जईसन डंसेले |
भौजी के बात हमके तीर जईसन धंसेले |
आजा तानी बलमा हमार हो |
सवनवा में ना अइबो ननदी |

झूमी झूमी बदरा पनिया बरसावेला |
रही रही जियरा में दरदिया उठावेला |
भूली गइला बलमा हमार हो |
सवनवा में ना अइबो ननदी |

पवन के झ्ंकोरा मोरा अँचरा उड़ावेला |
सावन के महीना मोरा मन के लुभावेला |
कईसे लूटी सावन के बहार हो |
सवनवा में ना अइबो ननदी |

श्याम कुँवर भारती (राजभर )
गीतकार /कवि /लेखक /समाजसेवी
बोकारो झारखंड -मोब . 9955509286

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