Categories: हिन्दी-उर्दू कविता
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शायरी संग्रह भाग 2 ।।
हमने वहीं लिखा, जो हमने देखा, समझा, जाना, हमपे बीता ।। शायर विकास कुमार 1. खामोश थे, खामोश हैं और खामोश ही रहेंगे तेरी जहां…
साथ मिले या ना मिले तुम्हें किसी का
साथ मिले या ना मिले तुम्हें किसी का, पर साथ दे तु हर किसी का । कर भला तु सदा जहां का, क्या जहां से…
लाख अपने गिर्द हिफाजत की लकीरें खीचूँ
लाख अपने गिर्द हिफाजत की लकीरें खीचूँ, एक भी उन में नहीं “माँ ” तेरी दुआओं जैसी, लाख अपने को छिपाऊँ कितने ही पर्दों में,…
“आरती माँ भारती की”
माँ भारती तेरी आरती । तेरी आरती माँ भारती ।। माँ भारती तेरे निगहबान सीमा प्रहरी हम पाकर अजेय वरदान डटे हैं सीमाओं पर इस…
स्मृति::इंजी. आनंद सागर
**के जब तुम लौट कर आओ::स्मृति** हौसला टूट चुका है, अब उम्मीद कहीं जख्मी बेजान मिले शायद, जब तुम लौट कर आओ तो सब…
Na poem na sher ye kyu daal rahe ho aap
Sundar
Kya apko esi lekhni pe tippni krni chahiye???