माँ
तू जो होती माँ
मैं कभी ना रोती माँ
मैं भी स्कूल में सबके साथ
तेरे बनाए पराठे खाती..माँ
सब बच्चो की तरह
मैं भी ठहाके लगाती..माँ
तू जो होती माँ
मैं कभी ना रोती.. माँ
जब भैय्या मुझे चिढ़ाते
तुम उसे डाँटती..माँ
मेरी पढ़ाई के लिए
पापा से तुम,लड़ जाती..माँ
तु जो होती माँ
मैं कभी न रोती माँ
मेरा बचपन खिल जाता
तेरा प्यार जो मिल जाता माँ
तु जो होती माँ
मैं कभी ना रोती माँ
ज़िंदगी इतनी दुश्वार ना होती
अगर तू होती माँ
मैं कभी ना रोती माँ ।
राजनंदिनी रावत
Good
Nice
Bht mst likha h
Superb ?
waooo… superr
Superb
Nice poem thanks for you
Mstttt
?bhot acha likha ? nice line ??
Awsm
Bohot khubsurat likha hai ?❤
Bhut khub
Bhut khub ji
वाह बहुत सुंदर
Good