माँ
माँ न होती,
तो यह श्रष्टि न होती
पृथ्वी है माँ,
प्राण है माँ
उचित अनुचित की ,
द्रष्टि है माँ
-विनीता श्रीवास्तव (नीरजा नीर)-
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Vinita Shrivastava - July 18, 2018, 10:51 pm
Aabhar
Akanksha - July 22, 2018, 12:07 pm
Kya bat h
Satish Pandey - July 31, 2020, 10:11 am
मां है तो सब कुछ है
Satish Pandey - July 31, 2020, 10:11 am
वाह