मुक्तक

तेरी यादों की लहर मुझको तरसाती है!
तेरी चाहत की चुभन मुझको तड़पाती है!
तेरा ख्याल मुझको रुलाता है महादेव,
रातभर तेरी तमन्ना मुझको जलाती है!

#महादेव_की_कविताऐं’

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मुक्तक

तेरा ख्याल मुझको सताता रहता है! तेरा ख्वाब मुझको रुलाता रहता है! किसतरह भुला दूँ यादों को महादेव? चाहत का हर मंजर आता रहता है!…

दुर्योधन कब मिट पाया:भाग-34

जो तुम चिर प्रतीक्षित  सहचर  मैं ये ज्ञात कराता हूँ, हर्ष  तुम्हे  होगा  निश्चय  ही प्रियकर  बात बताता हूँ। तुमसे  पहले तेरे शत्रु का शीश विच्छेदन कर धड़ से, कटे मुंड अर्पित करता…

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