Categories: मुक्तक

Mithilesh Rai
Lives in Varanasi, India
Related Articles
शायरी संग्रह भाग 2 ।।
हमने वहीं लिखा, जो हमने देखा, समझा, जाना, हमपे बीता ।। शायर विकास कुमार 1. खामोश थे, खामोश हैं और खामोश ही रहेंगे तेरी जहां…
शायरी संग्रह भाग 1
मुहब्बत हो गयी है गम से, खुशियाँ अच्छी नहीं लगती। पहले दुश्मन मुहब्बत करते थे, अब दोस्त नफरत करते हैं।।1।। विकास कुमार कमति.. बदलते…
हवा का झोंका
हवा का झोंका जो तेरी ज़ुल्फे उड़ाता है। तुझे ख़बर नहीं मुझे कितना तड़पाता है।। हाथों से जब तुम ज़ुल्फे संवारती हो, कानों के पीछे…
हिन्दी गजल- हम सहने लगे |
हिन्दी गजल- हम सहने लगे | तेरे बेगैर तन्हा ही हम रहने लगे | याद तेरी अश्क आंखो बहने लगे | हुआ रुसवा शहर कोई…
हाँ रहने दो
भ्रांति की अविरल धारा बहने दो, जिजीविषा काया की रहने दो, खंडित जीवन की अभिलाषा, जो कुछ शेष है सहने. दो, हाँ, रहने दो,कुंठित मन…
वाह
Nicely written
सुंदर प्रयास
आप सभी को धन्यवाद
वाह बहुत सुंदर रचना
वाह
Good