मेरी गलतीयाँ माँफ कर देना

मुझे माँफ कर देना”
“”उतर ना सकी तेरी महोब्बत रूपी सीढ़ी पर।
हाँ ?
मुझे ले बैठा;लज्

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तुम

तुम कुछ यूँ ज़रूरी बन गए कि तुम्हे भुला ना सकी, इस बात को किसी और को बता ना सकी, इस दिल का भोज कभी…

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