Categories: शेर-ओ-शायरी
Related Articles
आज ज़िंदगी उस मुक़ाम पर हैं
आज ज़िंदगी उस मुक़ाम पर हैं जहाँ दिल के टुकड़े हो गये औऱ ख़्वाब मुक़म्मल हो रहे हैं… राजनंदिनी रावत रावत-राजपूत
मैं तेरे साथ हुँ
मुश्किल हैं , थोडी राह कठिन हैं , पर कोई नहीं, मैं तेरे साथ हुँ । खुद पर भरोसा रख तू , कुछ न सही…
ऐसा कोई
जो मेरी आज़माइश नहीं, मेरी ख्वाइश पूरी करें, ऐसे किसी की चाहत है मुझे। जो मेरा साथ नहीं, बस मेरा थोड़ा वक्त मांगे, ऐसे किसी…
उसकी आबरु को यहाँ छीन लिया जाता हैं
उसकी आबरु को यहाँ छीन लिया जाता हैं, जिस देश मे”बेटी बचाओ,बेटी पढ़ाओ” का नारा दिया जाता हैं, हर छोटे मसले पर यहाँ बड़े फैसले…
नादान बचपन:-कहाँ गई वो गुड़िया
याद आती हैं वो बचपन की बातें जब पापा के हाथों से चोटी करवाती थी। माँ लोरी गाकर सुलाती थी। कहाँ गई वो बचपन गुड़िया…
very nice
बहुत खुब
Nice
G ..
?????bht mst
Waah
वाह
Good