Categories: हिन्दी-उर्दू कविता
Tags: संपादक की पसंद
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बहुत शानदार पंक्तियां, छन्द व भाव उत्तम
बहुत बहुत धन्यवाद
बहुत खूब
बहुत बहुत धन्यवाद जी
बहुत खूब
धूल और सब गर्द, पड़ी हो जो विकास में,
पहले वो हो साफ, रिआया इसी आस में,
**********राजा का धर्म समझाती हुई कवि सतीश जी की बहुत सुन्दर और सटीक रचना । छंद बद्ध शैली के विशेषज्ञ कवि सतीश की उत्कृष्ट रचना ,उम्दा लेखन
अतीव सुन्दर
बहुत शानदार कविता
सुन्दर प्रस्तुतीकरण
वाह