Categories: हिन्दी-उर्दू कविता
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जो तुम चिर प्रतीक्षित सहचर मैं ये ज्ञात कराता हूँ, हर्ष तुम्हे होगा निश्चय ही प्रियकर बात बताता हूँ। तुमसे पहले तेरे शत्रु का शीश विच्छेदन कर धड़ से, कटे मुंड अर्पित करता…
प्यार अंधा होता है (Love Is Blind) सत्य पर आधारित Full Story
वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ। निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥ Anu Mehta’s Dairy About me परिचय (Introduction) नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम अनु मेहता है। मैं…
दुर्योधन कब मिट पाया:भाग-9
दुर्योधन भले हीं खलनायक था ,पर कमजोर नहीं । श्रीकृष्ण का रौद्र रूप देखने के बाद भी उनसे भिड़ने से नहीं कतराता । तो जरूरत…
शायरी संग्रह भाग 2 ।।
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वृद्ध की अभिलाषा
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सत्य को बताती एक सरल विधि उत्तम कविता
“कहे लेखनी करें, भले कितनी फरियादें,
बीता नहीं लौटता बस रहती हैं यादें।”
_______सत्य कथन है सर, जाने वाले की यादें ही शेष रह जाती हैं सदा के लिए हृदय में,कितना भी याद करो फरियाद करो जाने वाले लौट कर नहीं आते हैं यही इस संसार का कटु सत्य है। छंद शैली में बहुत संजीदा और उम्दा प्रस्तुति।
अति उत्तम
यादें ही रह जाता हैं इंसान चले जाते है