लफ़्जों को खोल दो अपने
लफ़्जों को खोल दो अपने
अरमानों को इनमें भर जाने दो
दो जगह अपने दिल में मुझे
इनमें मुझे अपना घर बनाने दो
लफ़्जों को खोल दो अपने
अरमानों को इनमें भर जाने दो
दो जगह अपने दिल में मुझे
इनमें मुझे अपना घर बनाने दो
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behtareen
kya baat hai bahoot khoob
वाह बहुत सुंदर रचना