वफ़ा
‘हम तो समझ बैठे थे, ये काँटो की वफ़ा है,
पर शुक्र हैं कि कभी नंगे पैर न थे..’
– प्रयाग
‘हम तो समझ बैठे थे, ये काँटो की वफ़ा है,
पर शुक्र हैं कि कभी नंगे पैर न थे..’
– प्रयाग
Please confirm you want to block this member.
You will no longer be able to:
Please note: This action will also remove this member from your connections and send a report to the site admin. Please allow a few minutes for this process to complete.
बहुत ही बेहतरीन
अभार
Wah jee wah
दिल से शुक्रिया आपका
क्या कहने, वाह
शुक्रिया
Wah
दिल से शुक्रिया आपका