समवेत स्वर में गीत गाएंगे ।।
नहीं करनी हमें तुमसे बराबरी
क्योंकि तुम हमसे एक कदम आगे हो
अच्छाई में भी आगे और बुराई में भी आगे हो।
कल जब कोई तिनका भी तुम्हारा साथ ना देगा
कल जब तुम्हें कोई अपना हाथ ना देगा।
तब हम तुम्हारे स्वागत में बांहे फैलायेगें और
मिलन के प्रेम गीत आएगे।
पर अभी मगरूर हो किसी की चाहत में मगरूर हो
हम तुम्हें गिरने ना देंगे कभी,
आकर बचायेंगे।
एक दिन जरूर आएगा जब हम
समवेत स्वर में गीत गाएंगे।
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