हकीकत

जो आँखों से बयाँ होते हैं,
वो लफ़्ज़ों में कहाँ होते हैं,

गुफ्तगू ख़्वाबों में करने वाले,
सुना हकीकत में जवाँ होते हैं,

मोहब्बत का काजल लगाने वाले,
सच कहूँ रौशनी की ज़ुबा होते हैं॥

राही (अंजाना)

Related Articles

अपहरण

” अपहरण “हाथों में तख्ती, गाड़ी पर लाउडस्पीकर, हट्टे -कट्टे, मोटे -पतले, नर- नारी, नौजवानों- बूढ़े लोगों  की भीड़, कुछ पैदल और कुछ दो पहिया वाहन…

Responses

New Report

Close