बीते कल
ए हमजोली जरा बता तो सही कहाँ गए वो दिन ।
रह नहीं पाते थे कभी हम एक दूसरे के बिन।।
वो कसमे वादे वो हसीन ख्यालों के मीठा ख्वाब।
आज वक्त के साथ सभी क्यों दफन हो गए जनाब।।
याद है तुम्हें जब हम कभी तुझ से रुठ जाया करते थे।
चाँद से सितारे तोड़ लाने की तुम बातें किया करते थे।।
वाह वाह क्या बात है
बेहतरीन
सुन्दर प्रस्तुति
बहुत खूब
उम्दा प्रस्तुति
सुन्दर अभिव्यक्ति