Ajay Amitabh Suman
@ajayamitabh7
active 1 day, 20 hours ago-
Ajay Amitabh Suman wrote a new post, सबकुछ ये सरकार खा गई 1 month, 4 weeks ago
राशन भाषण का आश्वासन देकर कर बेगार खा गई।
रोजी रोटी लक्कड़ झक्कड़ खप्पड़ सब सरकार खा गई।
देश हमारा है खतरे में, कह जंजीर लगाती है।
बचे हुए थे अब तक जितने, हौले से अधिका […] -
Ajay Amitabh Suman commented on the post, 2021 2 months ago
धन्यवाद गीता जी
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Ajay Amitabh Suman commented on the post, 2021 2 months ago
धन्यवाद प्रज्ञा जी
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Ajay Amitabh Suman wrote a new post, 2021 2 months, 1 week ago
अंधकार का जो साया था,
तिमिर घनेरा जो छाया था,
निज निलयों में बंद पड़े थे,
रोशन दीपक मंद पड़े थे।निज श्वांस पे पहरा जारी,
अंदर हीं रहना लाचारी ,
साल विगत था अत्याचारी,
दुख के हीं […] -
Ajay Amitabh Suman commented on the post, अभिलाष 2 months, 1 week ago
धन्यवाद
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Ajay Amitabh Suman commented on the post, अभिलाष 2 months, 1 week ago
Thanks
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Ajay Amitabh Suman commented on the post, अभिलाष 2 months, 1 week ago
धन्यवाद शास्त्री जी
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Ajay Amitabh Suman commented on the post, अभिलाष 2 months, 1 week ago
धन्यवाद संदीप जी
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Ajay Amitabh Suman wrote a new post, अभिलाष 2 months, 1 week ago
अभिलाष
जीवन के मधु प्यास हमारे,
छिपे किधर प्रभु पास हमारे?
सब कहते तुम व्याप्त मही हो,
पर मुझको क्यों प्राप्त नहीं हो?नाना शोध करता […]
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Ajay Amitabh Suman commented on the post, गेहूँ के दाने 2 months, 1 week ago
धन्यवाद संदीप जी
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Ajay Amitabh Suman commented on the post, गेहूँ के दाने 2 months, 1 week ago
धन्यवाद सुमन जी
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Ajay Amitabh Suman commented on the post, गेहूँ के दाने 2 months, 1 week ago
धन्यवाद गीता जी
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Ajay Amitabh Suman wrote a new post, गेहूँ के दाने 2 months, 1 week ago
गेहूँ के दाने क्या होते,
हल हलधर के परिचय देते,
देते परिचय रक्त बहा है ,
क्या हलधर का वक्त रहा है।मौसम कितना सख्त रहा है ,
और हलधर कब पस्त रहा है,
स्वेदों के कितने मोत […]-
कृषक की मेहनत को दर्शाती हुई बहुत सुंदर कविता, कैसे एक कृषक गेहूं के दानों के लिए धरती में मेहनत करता है। बहुत खूब
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धन्यवाद गीता जी
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बहुत ही सुन्दर रचना ।
किसानों के जीवन का अति सुन्दर चित्रण ।-
धन्यवाद सुमन जी
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“किसान ही देश की शान है ” आपने बहुत ही अच्छा लिखा है
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धन्यवाद संदीप जी
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बहुत खूब
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Very good
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कृषक की वेदना दर्शाती हुई रचना
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Ajay Amitabh Suman posted a new activity comment 2 months, 1 week ago
धन्यवाद प्रज्ञा जी
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Ajay Amitabh Suman posted a new activity comment 2 months, 1 week ago
धन्यवाद संदीप जी
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Ajay Amitabh Suman posted a new activity comment 2 months, 1 week ago
धन्यवाद शास्त्री जी
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Ajay Amitabh Suman posted an update 2 months, 2 weeks ago
गेहूँ के दाने
गेहूँ के दाने क्या होते,
हल हलधर के परिचय देते,
देते परिचय रक्त बहा है ,
क्या हलधर का वक्त रहा है।मौसम कितना सख्त रहा है ,
और हलधर कब पस्त रहा है,
स्वेदों के कितने मोती बिखरे,
धार कुदालों के हैं निखरे।खेतों ने कई वार सहें हैं,
छप्पड़ कितनी बार ढ़हें हैं,
धुंध थपेड़ों से लड़ ज…[Read more] -
Ajay Amitabh Suman posted a new activity comment 2 months, 2 weeks ago
धन्यवाद संदीप जी
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Ajay Amitabh Suman posted a new activity comment 2 months, 2 weeks ago
धन्यवाद प्रज्ञा जी
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Ajay Amitabh Suman posted a new activity comment 2 months, 2 weeks ago
धन्यवाद
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बहुत सुंदर लिखा है सर
आजकल के माहौल का बख़ूबी यथार्थ चित्रण प्रस्तुत किया है । सुन्दर अभिव्यक्ति
धन्यवाद
सधन्यवाद
कवि अजय अमिताभ जी की इस कविता में वर्तमान राजनीतिक हालात का बखूबी चित्रण किया गया है। इसमें ज्वलंत समस्याओं का समावेश बहुत ही शिद्दत से हुआ है। कविता की पंक्तियाँ सीधे मन को छू रही हैं। समूची दृष्टि से देखा जाये तो यह सिस्टम पर प्रहार करती बेहतरीन कविता है।
धन्यवाद आपका
बहुत खूब
धन्यवाद
बहुत सुंदर 👌👌👌
धन्यवाद