नील पदम्
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नील पदम् wrote a new post, यूं ही चलते चलते 1 week, 4 days ago
निगाहों के पैमाने से शख्शियत भांप लेते है,
राह चलते ही बुलंदियों के कद मांप लेते हैं।।जलने वालों का कुछ हो नहीं सकता,
वो तो मेरी बेफिक्री से भी जल बैठे ॥सरहदें बदलती हैं दिनरात अपनी,
चलो समझौता, सुल […] -
नील पदम् wrote a new post, चलते चलते 1 week, 4 days ago
जलने वालों का कुछ हो नहीं सकता,
वो तो मेरी बेफिक्री से भी जल बैठे ॥@नील पदम्
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नील पदम् wrote a new post, तुम धूप बुला लो 1 week, 5 days ago
आँसुओं से भीगे हुए, तकिये को हटा लो,
तुम आस के रूठे हुए, पंछी को बुला लो,
अन्मनी रातों के चांद बुझा दोगे तुम,
ये रात ढ़ल जायेगी गर, तुम धूप बुला लो ।।copyright@ नील पदम्
Nice
Thank you
Nice
Thank you
बहुत खूब
Sशुक्रिया
Good