Subh Tiwari
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Satish Pandey wrote a new post, हलधर धरने पर 1 month, 3 weeks ago
हलधर धरने पर रहा, आस लगाये बैठ।
मानेगी सरकार कब, सोच रहा है बैठ।
सोच रहा है बैठ, मांग पूरी होगी कब।
अकड़ ठंड से गया, ताप सब छीन गया अब।
कहे लेखनी आज, व्यथित है कृषक भाई,
कुछ तो मानो मांग, दिखाओ मत न […]
किसान आंदोलन पर बहुत सुंदर छंदबद्ध रचना, अति उत्तम, संतुलित विचार, संतुलित रचना
बहुत बहुत धन्यवाद
bahut Sundar kahani
धन्यवाद जी
किसान आंदोलन पर बहुत सुंदर रचना
बहुत धन्यवाद
बहुत बढ़िया कविता, किसान आंदोलन के परिप्रेक्ष्य में बहुत खूब
बहुत बहुत धन्यवाद
किसान आंदोलन पर बहुत सुंदर रचना
सादर धन्यवाद
किसान आंदोलन पर बहुत अच्छी प्रस्तुति चाचा जी
बहुत धन्यवाद
वाह अतुलनीय रचना, लेखनी को प्रणाम, छन्द युक्त रचना पढ़कर आनंद आ गया।
बहुत बहुत धन्यवाद
Bahut Sundar rachna
बहुत बहुत धन्यवाद
बहुत सुंदर रचना चाचा जी
बहुत धन्यवाद
बहुत सुंदर रचना
सादर धन्यवाद
बहुत सुंदर रचना चाचा जी
बहुत सारा धन्यवाद
कविता बहुत अच्छी लगी
बहुत बहुत धन्यवाद
बहुत सुंदर रचना लिखी है आपने, बहुत सुंदर समन्वय है।
सादर धन्यवाद
अत्युत्तम कविता, अत्युत्तम सोच
बहुत बहुत धन्यवाद
सुंदर रचना
बहुत धन्यवाद
बहुत सुंदर रचना।👌
आपकी लेखनी को सलाम।
बहुत बहुत धन्यवाद
अभी के हालातों पर बहुत शानदार रचना 👏👏
बहुत धन्यवाद
अतिसुंदर भाव अतिसुंदर रचना
सादर धन्यवाद
बिल्कुल नपी तुली बातें और बहुत ही संतुलित रचना।
सादर धन्यवाद
बहुत सुंदर रचना
बहुत बहुत धन्यवाद
किसान आंदोलन के दृष्टिगत बेहतरीन रचना
बहुत धन्यवाद
बहुत खूब
बहुत बहुत धन्यवाद
किसान आंदोलन पर बहुत ही सुन्दर और यथार्थ चित्रण प्रस्तुत करती हुई छंद बद्ध रचना है। किसान आंदोलन का सम्पूर्ण आंखों देखा हाल व्यक्त करती हुई बेहतरीन रचना अति उत्तम लेखन
बहुत बहुत धन्यवाद गीता जी
क्या खूब कहा है
अतिउत्तम
बहुत धन्यवाद
वाह अति सुंदर रचना लेखनी को सलाम👌👌
बहुत बहुत धन्यवाद
कविता उच्च स्तरीय है बढ़िया और शानदार है। आपकी कविता में वास्तविकता है
बहुत बहुत धन्यवाद
रोटी देता है किसान, सेकूँ रोटी आज,
आंदोलन को चोंच दूँ, सोच रहा है बाज। …. किसान आंदोलन में सब किसान हैं यह जरूरी नहीं है, कुछ राजनीति करने वाले भी बैठे हैं। आपने अपनी कविता में इसका भी जिक्र करके कविता की गुणवत्ता में वृद्धि की है। बहुत उम्दा रचना
बहुत बहुत धन्यवाद
चित्र को सजीव करती हुई किसान आंदोलन पर बहुत सुंदर छंद बद्ध काव्य रचना
बहुत धन्यवाद
किसान आंदोलन का सजीव चित्रण प्रस्तुत किया है सतीश जी आपने अपनी कविता में अति उत्तम रचना।
सादर धन्यवाद
वाह, किसान आंदोलन पर यथार्थ चित्रण प्रस्तुत किया है सतीश जी आपने, छंद बद्ध शैली में बहुत सुंदर कविता ,लाजवाब
बहुत बहुत धन्यवाद
किसानों के प्रति गहरी संवेदना दर्शाती हुई आपकी यह एक उच्च स्तरीय रचना है “मांग उठाना देश में, नहीं कोई अपराध,
लोकतंत्र की रीत है, रखना अपनी बात।” वाह, छंद युक्त कविता में एक प्रोफेशनल कवि की भांति आपने किसानों के मन की बात प्रस्तुत की है। किसान आंदोलन पर यथार्थ चित्रण प्रस्तुत करती हुई बहुत उत्कृष्ट रचना ,बहुत खूब
इस लाजवाब समीक्षा हेतु सादर आभार
बहुत खूब, बहुत शानदार रचना
बहुत बहुत धन्यवाद
अत्यंत ही उत्कृष्ट
बहुत धन्यवाद
बहुत सुन्दर कविताओं का संग्रह