Site icon Saavan

अनमोल रचनाएं

कवि की अकुलाहट बोल रही,
बिन लिखे कलम दम तोड़ रही।

रचनाएं हैं अनमोल सभी,
सिक्कों से इनकी तोल नहीं।
निमिषा

Exit mobile version