वे बेजुबान
नवजात बच्चे दूध पी रहे थे, भूख उसे भी लगी थी, दूध पिलाने में भूख भी बहुत लगती है दूध पिलाने में। उर जल रहा था आमाशय के तेजाब से, बच्चों को छोटी सी झाड़ीनुमा गुफा में छिपाकर चल पड़ी वह घास चरने, पलकें झपका कर मासूमों से कह गई जल्द आऊँगी। शिकारी को पता था, कब जानवर चरने निकलते हैं, ऐसा ही हुआ, थोड़ी देर में लगा शिकारी का निशाना, गोली लगी, गिर पड़ी वह हिरणी। दो बच्चे झाड़ियों में उसका इंतजार करते रह गए धी... »