आँखों के समंदर Pragya 3 years ago मेरे दर्द से तुम कभी वाकिफ ना होना मैं अश्रु बहाऊँ तुम कभी ना रोना तुम्हारी आँखों के समंदर मैं अपनी आंखों में ले लूंगी बस गुजारिश है तुम किसी और के मत होना।