आखिर खुश तोह हो ना तुम Antariksha 5 years ago आखिर खुश तोह हो ना तुम कभी यह ही मायने रखा करती थी किताबों के बीच वोह सुखी गुलाब आज भी बहुत कुछ कहती है किस्मत ने खिंची कैसी यह डोर मै यहा और तुम कहा हो गए अपनो मे तुम्हारा शुमार होता था पर अब तुम कब पराए हो गए पता ना चला