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इंसानियत भूल जाते है

इंसान ही इंसानियत भूल जाते है
जिसको मानते है भगवान
उसको ही मार आते है

ये सिर्फ भगवन को जानते है
पर उनकी कहा मानते है
चंद पैसो के लिए
ये खुद बीक जाते है

इस महामारी से भी कुछ ना सीखा
उस मासूम के जान के बदले तुझे पैसा ही दिखा

अरे मुर्ख
उसके साथ एक नन्ही है जान ये तो सोचा होता
चंद पैसो के बदले उस मासूम को देखा होता
ऐसे कर्मो से ही धरती पे विनाश है आते
इंसान ही इंसानियत है भूल जाते

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