दीए का इंतजाम तो
हर नुक्कड़ हर मकान पर है,
पर मेरे दिल में उजाला
बस तेरे आने से होगा।
जगमगा उठा इस रात
देखो जहां सारा
इन्सान की दीवाली तो
इन्सानियत के जागने से होगा।
मेरे दिल…
लग रही लड़ियां
हर सजे मकानों पर
सच्ची दीवाली तो
सुने राह पर एक दीया जलाने से होगा।
मेरे दिल……