आ तो गई रंग भरी
होली
मगर कुछ अराजक तत्व
अभी भी पथ्थर
फेकने में लगे हुए हैं
आ तो गया फागुन का वलेंटाइन
मगर कुछ लोग आजादी
मागने में लगे हैं
भारत जैसे देश में
और कितनी आजादी चाहिए?
कुछ आग लगाने में लगे हैं कुछ
आग बुझाने में
लगे हैं ।
🇮🇳जय हिंद जय भारत 🇮🇳